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माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस ( एक्सेल )| Microsoft office (Excel)

 माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस ( एक्सेल )


  यह पावरफुल स्प्रेडशीट प्रोग्राम है, जो आपके डेटा को व्यवस्थित करने, कैलकुलेशन पूरी करने, निर्णय तक पहुंचने, ग्राफ, डाटा प्रोफेशन, दिखाने वाली रिपोर्ट तैयार करने, व्यवस्थित डाटा को वेब पर पब्लिश करने तथा रियल टाइम डाटा को एक्सेस करने की  सुविधा देता है|

 इसमें एक इलेक्ट्रॉनिक स्प्रेडशीट होती है, जिसका प्रयोग इकाउंटिंग उद्देश्य के लिए, गणितीय कार्यों में, बजट बनाने तथा बिल बनाने में करते हैं, इसे वर्कशीट भी कहते हैं|एमएस एक्सल में स्प्रेडशीट या वर्कशीट बहुत से खानों या  सेलो का एक समूह होता है,

 जिसे पंक्तियों तथा कार्यों में व्यवस्थित किया जाता है| इसे डेटाबेस की तरह प्रयोग कर सकते हैं, जो संबंधी डाटा को स्टोर कर सकता है| इसके द्वारा किसी विशेष टाटा को एक पेटर्न्स के आधार पर ढूंढा जा सकता है|

 माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल को प्रारंभ करना :-


 माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल खोलने या प्रारंभ करने की दो विधियां है|
  1.  स्टार्ट बटन पर क्लिक करने के बाद रन कमांड पर क्लिक करें| क्लिक करने के बाद रन विंडो में  एक्सेल टाइप करके इंटर कुंजी दबाने पर एम एस एक्सेल विंडोजविंडो खुल जाता है|
  2.   start बटन- ALL programs_ Microsoft Office_ Microsoft Office Excel 2007

 माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल के अवयव ;-

 माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल केअवयव निम्न है.

 टाइटल बार :-

 यह  MS- Excel की विंडो में सबसे ऊपर एक रिबन होती है, जो फाइल के नाम तथा जिस सॉफ्टवेयर में फाइल खुली है, उस सॉफ्टवेयर का नाम दिखाती है|

 रिबन :-
 स्क्रीन के टाइटल बर के नीचे एक पट्टी होती है| रिबन में किसी कार्य को करने के लिए आदेशों का एक पैनल होता है|

 टैब :-
 MS- Excel मैं टाइटल बर के नीचे, मेनू बार होता है| इसमें 9 बार में लगे हुए बटन को टाइप करते हैं|

 स्टेटस बार :-
  विंडो टैक्स बार में ठीक ऊपर और स्क्रीन में बॉटम में जो बार होती है, उसे स्टेटस बार कहते हैं| जो वर्कशीट करंट टाइम में खुली रहती है उसकी सूचना दिखाता है, जैसे__ पेज नंबर, यू शॉर्टकट, जूम स्लाइडर आदि|

  फार्मूला बार :-
  फार्मूला बार रिबन के नीचे होता है| इसके 2 भाग होते हैं.

(1). नेम बॉक्स जो किसी सेल के रिफ्रेश को दिखाता है|
(2). फार्मूला जिसमें कुछ टाइप करते हैं| इसमें पहले से परिभाषित फार्मूला होता है, जिसका प्रयोग कैलकुलेशन में किया जाता है तथा एक्टिव सेल के कंटेंस भी इसी डिस्प्ले में होते हैं

 स्प्रेडशीट से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य :-
 एम एस एक्सेल में स्प्रेडशीट बनाए जाते हैं, जिसमें डेटा को टाइप किया जाता है| एम एस एक्सेल से संबंधित कुछ मुख्य तथ्य निम्नलिखित है.

(1). स्प्रेडशीट एक सॉफ्टवेयर टूल होता है, जिसका प्रयोग संख्याओं के समूह को एंटर, कैलकुलेशन, मैनिपुलेट और एनालाइज करने के लिए होता है|

(2). इस पंक्तियों और काल्मो के प्रति 6 दिन से बहुत सारे सेल्स बनते हैं| सेल एक प्रकार का कॉन्टेक्टर होता है, जो संख्याओं सूत्रों और टेक्स्ट को होल्ड करता है| सेल एड्रेस, पत्तियों और काल्मो के अक्षर और संख्याओं के प्रति चेतन को दर्शाता है; जैसे--C5 का अर्थ कॉलम C  और रा 5 है| पक्षियों की पहचान संख्याएं 1,2,3....... आदि से होती है, तथा कालमो पहचान अक्षरों के समूह A, B, C.....AA, AB.....ZZ आदि से होती है|

(3). सेलो के समूह को सीट या वर्कशीट कहते हैं| वर्कशीट के अंदर सारणी में सूचनाएं पक्षियों और कॉलम में प्रदर्शित होती है| वर्क बुक एक डॉक्यूमेंट होता है, जिसमें एक या एक से अधिक वर्कशीट होती है|

(4). सेल प्वाइंटर एक सेल की बाउंड्री होती है, जो यह बताती है कि करंट टाइम में कौन सा सेल एक्टिव है| फॉर्मूला 1 समीकरण होता है, जिसका प्रयोग किसी सेल की वैल्यू को कैलकुलेट करने के लिए करते हैं| कोई भी फार्मूला = के बाद लिखते हैं|


 वर्कशीट खोलना :-
 साधारण स्प्रेडशीट विंडो में एक खाली वर्कशीट सोता ही खुली होती है और एक स्प्रेडशीट में Sheet1, Sheet2, Sheet3, नाम के तीन वर्कशीट जुड़ी होती है| यदि यूजर चाहे तो किसी वर्क बुक में नई वर्कशीट भी जोड़ सकता है| इसके लिए सीट टाइप पर जाकर Sheet3 के दाई स्थित बटन पर क्लिक करने पर नई सीट खुल जाती है अथवा इसके लिए शॉर्टकट कुंजी Shift + F11 का भी उपयोग किया जा सकता है|


 सेल्स की ऐड्रेसिंग करना :-
 स्प्रेडशीट के वर्कशीट एरिया में कई पंक्तियां एवं  ऊर्ध्वाधर कॉलम होते हैं| पंक्तियों को उनके बाय पढ़ी हुई संख्याओं 1, 2, 3.... आदि से तथा काल्मो को  उनके ऊपर लिखे हुए अक्षरों A, B, C.... आदि से पहचानते हैं|
 किसी सेल को उसकी पक्ति संख्याओं और कॉलम नाम के जोड़ो  से पहचाना जाता है, जिसे सेल का पता कहा जाता है| सेल के पत्ते को नेम बॉक्स को दिखाया जाता है, उदाहरण के लिए कॉलम B तथा  पक्ति 10 के कटान से बने सेल का एड्रेस B10  होगा| एम एस एक्सेल में फार्मूले लिखते समय अधिकांश एक्सएल या सेलो की रेंज को संदर्भित किया जाता है| सेल संदर्भ तीन प्रकार के होते हैं

1. निरपेक्ष सेल संदर्भ :-
 निरपेक्ष सेल संदर्भ में किसी सेल एड्रेस में पलती संख्या और कॉलम नाम से पहले $1 चीन लगाया जाता है| जैसे---$B$3, ऐसे संदर्भ को कहीं नकल करते समय वह बदलता नहीं है|

2. सापेक्ष सेल संदर्भ :-
  सापेक्ष सेल संदर्भ में एड्रेस सीधे दिए जाते हैं अर्थात डॉलर चिन्ह का प्रयोग नहीं किया जाता जब एसएसएल संदर्भों को सेल से दूसरे सेल में नकल किया जाता है, तो वह संदर्भ में अपनी नई सापेक्ष  स्थिति के अनुसार बदल जाते हैं| 


3. मिश्रित सेल संदर्भ :-

 मिश्रित सेल संदर्भ में या तो केवल रा की संख्या या केवल कॉलम का निरपेक्ष होता है| उदाहरण के लिए, $B2 या B$2 यह दोनों मिश्रित सेल संदर्भ हैं, जब ऐसे संदर्भों में एक सेल से दूसरे सेल मे नकल किया जाता है| तो उनका निरपेक्ष भाग तो वही रहता है, केवल शापित भाग शापित संदर्भों की तरह बदल जाता है|

 स्प्रेडशीट को सेव करना :-

जब वर्कशीट में कार्य पूरा हो जाता है तो इसके बाद बाहर आने से पहले अपने कार्य को सेव करना आवश्यक होता है| इसके लिए निम्नलिखित विधि का अनुसरण किया जाता है|
(i) माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस बटन→ सेव पर जा कर क्लिक करने पर सेव एस डायलॉग बॉक्स बटन पर सेव कर देते हैं|
(ii) इस डायलॉग बॉक्स में Save in लिस्ट बॉक्स में उस फोल्डर का नाम चुना या प्रविष्ट कराया जाता है, जिसमें उस फाइल को संग्रहित किया जाता है|
(iii) फाइल नेम बॉक्स में फाइल का नाम लिखने के बाद Save बटन पर क्लिक करने पर फाइल सेव हो जाती है| इसके अतिरिक्त यदि फाइल को किसी अन्य नाम से संग्रहित करना हो, तो Microsoft Office buttonSave As बटन को क्लिक करें, ऐसा करने से उपरोक्त डायलॉग बॉक्स प्राप्त होगा वह शेष प्रक्रिया पहले की भांति होगी|


 वर्कशीट में टेक्स्ट, नंबर गेट्स एंटर करना :-

 वर्कशीट में टेक्स्ट, नंबर और डेट्स को निम्नलिखित प्रकार से इंटर किया जाता है|

 टेक्स्ट एंटर तथा एडिट करना :-

 किसी सेल में रखें टेक्स्ट डाटा को प्रायर लेबल कहा जाता है| यह प्रायर अन्य सेलो मैं भरे गए डाटा को पहचानने के काम आता है; जैसे→ किसी कालम का शीर्षक, किसी सेल में टेक्स्ट भरने के लिए निम्न पदों का अनुसरण किया जाता है|
(i) उस शेर पर प्वाइंटर ले जा कर क्लिक कीजिए|
(ii) इस डायलॉग बॉक्स की Number टैब सीट से यूजर चुनी हुई रेंज को जिस श्रेणी के लिए फॉर्मेट करना चाहता है, उसे चुन कर decimal places स्पिन बॉक्स में दशमलव बिंदु के बाद के अस्थान भी तय करके ओके बटन पर क्लिक करें|

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