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ए०पी०जे० अब्दुल कलाम का इतिहास जीवन परिचय | APJ Abdul Kalam biography in hindi

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Dr. APJ Abdul Kalam Biography in Hindi
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एपीजे अब्दुल कलाम का संक्षिप्त जीवन–परिचय | APJ Abdul Kalam Short biography in hindi

ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का संक्षिप्त जीवन–परिचय
जन्म सन् 1931 ईस्वी।
प्रसिद्धि मिसाइलमैन एवं जनता का राष्ट्रपति।
माता–पिता असिंमा, जैनुलाब्दीन।
जन्म स्थान/भूमि धनुषकोडी गांव, रामेश्वरम, तमिलनाडु।
APJ अब्दुल कलाम जी का पूरा नाम डॉ. अबुल पाकिर जैनुल्लाब्दीन अब्दुल कलाम।
शिक्षा इंजीनियरिंग।
शौक वीणा वादन, कितने पढ़ना, लिखना।
राष्ट्रपति पद धारण 2002 से 2007 तक।
लेखन विधा काव्य, आत्मकथा, विज्ञान
प्रमुख रचनाएं एग्नाटिड माइंड्स : अनलिशिंग द पॉवर विदिन इंडिया, माय जर्नी आदि।
मृत्यु 27 जुलाई, सन् 2005 ई०।

ए० पी० जे० अब्दुल कलाम का जीवन–परिचय | APJ Abdul Kalam biography in hindi


मिसाइल मैन एवं जनता के राष्ट्रपति के रूप में प्रसिद्ध डॉक्टर ए०पी०जे० अब्दुल कलाम का पूरा नाम अबुल पाकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम है। कलाम जी का जन्म 15 अक्टूबर, 1931 ई० को धनुषकोडी गांव, रामेश्वरम, तमिलनाडु में हुआ था। ए० पी० जे ० अब्दुल कलाम जी के माता का नाम अशिअम्मा जैनुलाब्दीन तथा पिता का नाम जैनुलाब्दीन मराकायर कलाम जी के पिता जैनुलाब्दीन नौका का मालिक एक मछुआरे थे। तथा एपीजे अब्दुल कलाम की माता है गृहणी थी। एपीजे अब्दुल कलाम की पांच भाई–बहन थे। कलाम जी अपने भाई और बहनों में सबसे छोटे थे।

कलाम जी के घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। इसलिए वह पढ़ाई करने के साथ-साथ काम भी करते थे। वह अपनी स्कूली शिक्षा की जरूरत पूरी करने के लिए हर दिन अखबार बेचकर पैसा कमाते थे। इन्होंने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा रामनाथपुरम के एक मैट्रीकुलेशन स्कूल से पूरी की और स्नातक की पढ़ाई सेण्ट जोसेफ कॉलेज तिरुचिरापल्ली से पूरी की। उसके बाद इन्होंने प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास से 1960 ई० में अंतरिक्ष इंजीनियरिंग की शिक्षा पूरी की। इनकी विद्वत्ता से प्रभावित होकर इन्हें 'डॉक्टर' की मानद् उपाधि दी गयी। 27 जुलाई, 2015 ई० भारतीय प्रबंधन संस्थान शिलांग, मेघालय में एक व्याख्यान के दौरान हृदयाघात से उनकी मृत्यु हो गई। भले ही हुए आज ही संसार में नहीं है किंतु उन्होंने भारत को जो सफलता और ऊंचाइयां दी है उसको पूरा देश ही नहीं विश्वास अदा याद रखेगा।

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कलाम जी अविवाहित थे। अपनी शिक्षा पूरी करने के पश्चात रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) से वैज्ञानिक के रूप में जुड़े। प्रारंभ में इन्होंने छोटे हेलीकॉप्टर डिजाइन करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। अंतरिक्ष अनुसंधान के लिए भारतीय राष्ट्रीय समिति का हिस्सा होने के कारण इन्हें भारत के महान वैज्ञानिक विक्रम अंबालाल साराभाई जैसे लोगों के साथ काम करने का मौका मिला।

1969 ईस्वी में भारतीय अनुसंधान संगठन (ISRO) भेज दिया गया जहां इन्होंने परियोजना निदेशक के रूप में कार्य किया। इन्होंने पहला उपग्रह प्रक्षेपण यान और ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान को बनाने में अपना विशेष योगदान दिया और यह प्रक्षेपण बाद में सफल हुआ।

1980 ईस्वी में भारत सरकार ने एक आधुनिक मिसाइल प्रोग्राम अब्दुल कलाम के निर्देशन में शुरू करने का विचार किया और इस कार्य के लिए इन्हें दोबारा DRDO में भेजा। इसके बाद एकीकृत निर्देशित मिसाइल कार्यक्रम कलाम जी के मुख्य कार्यकारी के रूप में शुरू किया गया। अब्दुल कलाम के निर्देशन में ही अग्नि मिसाइल, पृथ्वी जैसे मिसाइल का बनाना सफल हुआ। कलाम जी 2002 ईस्वी में भारत के गृह में राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित हुए। इन्होंने दूसरी बार राष्ट्रपति का चुनाव लड़ने से मना कर दिया। 25 जुलाई, 2007 ईस्वी को अपना राष्ट्रपति पद छोड़ दिया।

एपीजे अब्दुल कलाम जी द्वारा लिखित पुस्तकें

  • India 2020 : A Vision For New Millennium (1998)
  • Wings of fire : An Autobiography (1999)
  • अग्नि की उड़ान (हिंदी) 1999
  • Ignited Minds : Unleashing the power within Indian (2002)
  • आरोहण–प्रमुख स्वामी जी के साथ मेरा आध्यात्मिक सफर।

डॉ० ए.पी.जे. अब्दुल कलाम पुरस्कार

  • पदम भूषण (1981)
  • पद्मा विभूषण (1990)
  • भारत रत्न (1997)
  • वान ब्राउन अवार्ड (2013)
कलाम जी के उपयुक्त विवरण से स्पष्ट है कि कलाम जी विलक्षण प्रतिभा वाले व्यक्ति थे। यह भारत के उच्च कोटि के वैज्ञानिक, लोकप्रिय राष्ट्रपति, दार्शनिक एवं समाजसेवी थे। यह मानवता की पुजारी हो भारतीय युवाओं के हृदय सम्राट थे। कलाम जी का संपूर्ण जीवन पूरे विश्व के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। आज कलाम जी भले ही जीवित न हो। किंतु अपने कार्यों द्वारा संपूर्ण विश्व में अपनी अमिट छाप छोड़ गए हैं।

FAQ : ए०पी०जे० अब्दुल कलाम का इतिहास जीवन परिचय

प्रश्न 1. एपीजे अब्दुल कलाम का पूरा नाम क्या हैं?
उत्तर– डॉ. अबुल पाकिर जैनुल्लाब्दीन अब्दुल कलाम।
प्रश्न 2. एपीजे अब्दुल कलाम के माता पिता का नाम क्या था?
उत्तर– ए० पी० जे ० अब्दुल कलाम जी के माता का नाम अशिअम्मा जैनुलाब्दीन तथा पिता का नाम जैनुलाब्दीन मराकायर कलाम जी के पिता जैनुलाब्दीन नौका का मालिक एक मछुआरे थे। 
प्रश्न 3. अब्दुल कलाम का जन्म कहां हुआ था?
उत्तर– कलाम जी का जन्म 15 अक्टूबर, 1931 ई० को धनुषकोडी गांव, रामेश्वरम, तमिलनाडु में हुआ था।
प्रश्न 4. अब्दुल कलाम की मृत्यु कब हुई?
उत्तर– 27 जुलाई, 2015 ई० भारतीय प्रबंधन संस्थान शिलांग, मेघालय में एक व्याख्यान के दौरान हृदयाघात से उनकी मृत्यु हो गई।
प्रश्न 5. अब्दुल कलाम ने 2002 में राष्ट्रपति चुनाव में किसे हराया था?
उत्तर– पद्मश्री कैप्टन डॉ. लक्ष्मी सहगल ने वर्ष 2002 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के खिलाफ चुनाव लड़ा था।

हम और हमारा आदर्श Class–12th

मैं खासतौर से युवा छात्रों से ही क्यों मिलता हूँ? इस सवाल का जवाब तलाशते हुए मैं अपने छात्र जीवन के दिनों के बारे में सोचने लगा। रामेश्वरम् के द्वीप से बाहर निकलकर यह कितनी लबी यात्रा रही। पीछे मुड़कर देखता हूँ तो विश्वास नहीं होता। आखिर वह क्या था जिसके कारण यह संभव हो सका ? महत्त्वाकांक्षा? कई बातें मेरे दिमाग में आती हैं। मेरा ख्याल है कि सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह रही कि मैंने अपने योगदान के मुताबिक ही अपना मूल्य आँका बुनियादी बात जो आपको समझनी चाहिए यह यह है कि आप जीवन की अच्छी चीजों को पाने का हक रखते हैं, उनका जो ईश्वर की दी हुई है। जब तक हमारे विद्यार्थियों और युवाओं को यह भरोसा नहीं होगा कि वे विकसित भारत के नागरिक बनने के योग्य है तब तक वे जिम्मेदार और ज्ञानवान् नागरिक भी कैसे बन सकेंगे।

विकसित देशों की समृद्धि के पीछे कोई रहस्य नहीं छिपा है। ऐतिहासिक तथ्य बस इतना है कि इन राष्ट्रों जिन्हें जी-8 के नाम से पुकारा जाता है के लोगों ने पीढ़ी-दर-पीढ़ी इस विश्वास को पुस्ता किया कि मजबूत और समृद्ध देश में उन्हें अच्छा जीवन बिताना है तब सच्चाई उनकी आकांक्षाओं के अनुरूप चल गई। मैं यह नहीं मानता कि समृद्धि और अध्यात्म एक दूसरे के विरोधी हैं या भौतिक वस्तुओं की इच्छा रखना कोई गलत सोच

है। उदाहरण के तौर पर, मैं खुद न्यूनतम वस्तुओं का भोग करते हुए जीवन बिता रहा हूँ, लेकिन मैं सर्वत्र समृद्धि की कद्र करता

हूँ, क्योंकि समृद्धि अपने साथ सुरक्षा तथा विश्वास लाती है, जो अंततः हमारी आजादी को बनाए रखने में सहायक है। आप अपने

आस-पास देखेंगे तो पाएँगे कि खुद प्रकृति भी कोई काम आधे-अधूरे मन से नहीं करती। किसी बगीचे में जाइए। मौसम में आपको

फूलों की बहार देखने को मिलेगी। अथवा ऊपर की तरफ ही देखें, यह ब्रह्माण्ड आपके अनंत तक फैला दिखाई देगा, आपके

यकीन से भी परे।

जो कुछ भी हम इस संसार में देखते हैं वह ऊर्जा का ही स्वरूप है। जैसा कि महर्षि अरविंद ने कहा है कि हम भी ऊर्जा के ही अंश है। इसलिए जब हमने यह जान लिया है कि आत्मा और पदार्थ दोनों ही अस्तित्व का हिस्सा है, वे एक दूसरे से पूरा तादात्म्य रखे हुए हैं तो हमें यह एहसास भी होगा कि भौतिक पदार्थों की इच्छा रखना किसी भी दृष्टिकोण से शर्मनाक या गैर आध्यात्मिक बात नहीं है।

इसके बावजूद अकसर हमें यही विश्वास दिलाया जाता है। न्यूनतम में गुजारा करने और जीवन बिताने में भी निश्चित रूप से कोई हर्ज नहीं है। महात्मा गाँधी ने ऐसा ही जीवन जिया था, लेकिन जैसा कि उनके साथ था, आपके मामले में भी यह आपकी पसंद पर निर्भर करता है। आपकी ऐसी जीवन शैली इसलिए है क्योंकि इससे वे तमाम जरूरतें पूरी होती हैं जो आपके भीतर की गहराइयों से उपजी होती हैं। लेकिन त्याग की प्रतिमूर्ति बनना और जोर-जबरदस्ती से चुनना सहने का गुणगान करना अलग बातें हैं। हमारी युवा शक्ति से सम्पर्क कायम करने के मेरे फैसले का आधार भी नहीं रहा है। उनके सपनों को जानना और उन्हें बताना कि अच्छे, भरे पूरे और सुख सुविधाओं से पूर्ण जीवन के सपने देखना तथा फिर उस स्वर्णिम युग के लिए काम करना सही है। आप जो कुछ भी करें वह आपके हृदय से किया गया हो, अपनी आत्मा को अभिव्यक्ति दें और इस तरह आप अपने आस-पारा प्यार तथा खुशियों का प्रसार कर सकेंगे।

शब्दार्थ

खासतौर से = विशेष रूप से तलाशते हुए = ढूँढ़ते हुए। दिमाग = मस्तिष्क आँका जाँचा-परखा हक अधिकार समृद्धि सम्पन्नता न्यूनतम कम से कम आधे-अधूरे मन से बेमन से सर्वत्र सब जगह कद्र करना= सम्मानकरना। आजादी स्वतन्त्रता। यकीन विश्वास ऊर्जा शक्ति अंश भाग एहसास महसूस हर्ज परेशानी प्रसार विस्तार महत्वाकांक्षा उति को प्राप्त करने की इच्छा मुताबिक अनुसार बुनियादी प्रारंभिक आधार स्वरूप जिम्मेदार अपने दायित्व को निभाने वाला तादात्म्य अभिता एहसास ध्यान, अनुभव अभिव्यक्ति प्रकट खासतौर विशेष रूप से ख्वाल विचार तथ्य वास्तविकता पुख्ता मजबूत अध्यात्म आत्मा-परमात्मा सम्बन्धी ज्ञान। सर्वत्र जगह अनन्त जिसका अन्त न हो। गुजारा करना जीवन निर्वाह करना जीवनशैली जीवन जीने का ढंग तमाम समस्त सम्पर्क कायम करना संपर्क स्थापित करना फैसला निर्णय।



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